महराजगंज: शहर में नागरिक सुविधाओं के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। शहरवासियों की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए आठ नए स्थानों पर वाटर प्लांट लगाए जाएंगे, जिन पर ₹1.18 करोड़ की लागत आएगी। अभी तक दो स्थानों पर प्लांट लग चुके हैं, जबकि कुल 10 स्थान चिह्नित किए गए हैं।
महुआ क्षेत्र में पहले ही दो वाटर प्लांट लगाए जा चुके हैं। अब केवटलिया, पासी टोला, जिला उद्योग चौराहा, चौक रोड चौराहा, धनेवा, धनेवा चौराहा, बांसपार रोड और रामपुर मोड़ पर 100 एलपीएच की क्षमता वाले वाटर प्लांट लगाए जाएंगे। इन इलाकों में वर्तमान में शुद्ध पेयजल की गंभीर समस्या है।
हाइलाइट्स:-
- ₹1.18 करोड़ की लागत से 8 नए वाटर प्लांट लगेंगे।
- 20,000 लोग जार से पानी खरीदने की मजबूरी से मुक्त होंगे।
- नगर के 9 वार्डों में बुनियादी सुविधाओं की स्थिति कमजोर।
- दो बहुमंजिला विवाह भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर।
- ₹15 करोड़ की लागत से 42 दुकानों वाला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माणाधीन।
- विकास से आमदनी बढ़ेगी और आधारभूत सुविधाएं सुधरेंगी
नगर पालिका महराजगंज के 25 वार्डों में करीब 60,000 की आबादी है, जिनमें से 20,000 लोग पानी के जार खरीदने को मजबूर हैं। एक माह में प्रति परिवार लगभग ₹400 खर्च करना पड़ता है, जिससे लगभग ₹80 लाख का सालाना कारोबार होता है। आरओ प्लांट लगने के बाद यह शुद्ध जल मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।
नगर के विस्तारित क्षेत्रों जैसे बैकुंठपुर, अमरुतिया, पटेल नगर, लोहिया नगर, महुअवा, पंडित दीनदयाल नगर, वीर अब्दुल हमीद नगर, सुकठिया और वीर बहादुर नगर में अभी भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है। जबकि पुराने क्षेत्रों में अधिकांश घरों में नलों के जरिए जल आपूर्ति हो रही है।
विवाह घरों का निर्माण कार्य जारी
मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर और महुअवा में दो बहुमंजिला विवाह भवन बनाए जा रहे हैं। भवनों में विवाह मंडप, जयमाला स्टेज, तैयार होने के लिए चार अटैच बाथरूम वाले कमरे, दो बड़े भोजन कक्ष और बरातियों के लिए विश्राम की व्यवस्था होगी। बेसमेंट में वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
15 करोड़ की लागत से बन रहा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
शहर में ₹15 करोड़ की लागत से एक आधुनिक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। इसका फाउंडेशन कार्य पूरा हो चुका है। इस कॉम्प्लेक्स में फिलहाल 42 दुकानें बनाई जाएंगी, जिसे जरूरत के अनुसार विस्तारित किया जाएगा।