महराजगंज: ख़बर यूपी के महराजगंज ज़िले से है, जहां निचलौल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की लापरवाही से एक नवजात और उसकी मां की मौत हो गई। मामला तब और चौंकाने वाला हो गया…जब मौत की खबर पर खुद सीएमओ साहब मौके पर पहुंच गए।
सीएमओ साहब का एक बयान आपको चौंका देगा। यह बयान आपको कुछ देर के लिए सोचने पर मजबूर कर देगा…मौत के बाद एक्टिव हुए सीएमओ साहब को…जब सब पता था…तो पहले एक्शन क्यों नहीं लिया…अस्पताल पहुंचे डॉक्टरों व कर्मचारियों की क्लास लगाते वक्त क्या सच बोल गए सीएमओ साहब?, जो नहीं बोलना था!
आप वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे सीएमओ साहब कह रह हैं…एक दिन ड्यूटी पर रहना है पांच दिन गोरखपुर रहना है…यानी साहब को जब इतना पता था तो मौत होने का इंतजार क्यों? क्या इस बिगड़े हुए व्यवस्था को पहले ठीक नहीं कर सकते? या यूं कहें कि कैमरे के सामने गलती से सच निकल गया। खैर देर ही सही यह पता तो चला कि स्वास्थ्य विभाग में कितने बड़े पैमाने पर लापरवाही हो रही है।
और जज्जा -बच्चा के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है…सीएमओ साहब के इस बयान से कई कयास लगाए जा रहे हैं…खैर कार्रवाई के नाम पर सरकारी खानापूर्ति या कोई एक्शन होगा ये तो समय बताएगा…तब तक साहब का ये बयान आपको सुनना चाहिए..
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मिली जानकारी के अनुसार आरती देवी पत्नी सुरेंद्र भारती जिनका शादी बारोहिया में हुआ पहला डिलेवरी होने के नाते आरती अपने माइके रुद्रैली आई थी लेबर पेन जब हुआ तो एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निचलौल में रात 8 बजे लाया गया था, जहां महिला के पेट में जुड़वा बच्चे थे। डिलेवरी के दौरान एक शिशु होने के बाद महिला को झटका आया और महिला की मौत हो गई ।
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घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रसव में दौरान महिला डाक्टर बाहर घूम रही थी और बेटी की जान चली गई अगर समय से डाक्टरों ने इलाज किया होता तो बेटी सहित दो बच्चे सही सलामत बच जाते। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों ने गर्भवती के इलाज में लापरवाही बरती है। इसके चलते गर्भवती और उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हुई है।