महराजगंज: इंडो-नेपाल बॉर्डर (Indo Nepal Border) पर करीब चार करोड़ की लागत से बने दो पुलों का अब एप्रोच तैयार किया जा रहा है। पहले पुल के एप्रोच पर मिट्टी की भराई पूरी हो चुकी है, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में राहत मिलेगी।
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बने दो पुलों के एप्रोच का काम तेजी से जारी है। महराजगंज के खनुआ गांव के पास पुल के एप्रोच पर मिट्टी की भराई पूरी हो चुकी है, जबकि बैरिहवा गांव के पास पुल के एप्रोच का निर्माण कार्य जारी है। निर्माण कार्य की सुस्ती के कारण इसकी अवधि बढ़ाकर जून 2025 कर दी गई है।
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आवागमन होगा आसान
इन पुलों के एप्रोच तैयार होने से न केवल स्थानीय लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों को भी निगरानी करने में आसानी होगी। खनुआ पुल के दोनों तरफ 219 मीटर और बैरिहवा पुल के दोनों छोर पर 123 मीटर सड़क बनाई जाएगी। फिलहाल, मिट्टी भरने के बाद रोलर से इसे दबाया जा रहा है। सिद्धार्थनगर से महराजगंज जिले के पथलहवा हेड तक 60 किमी सड़क तैयार हो चुकी है, हालांकि कुछ स्थानों पर आंशिक कार्य अब भी बाकी है।
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पुलों का एप्रोच तैयार होने से बढ़ेगी सुविधा
- तेजी से जारी कार्य: खनुआ गांव के पास पुल के एप्रोच पर मिट्टी की भराई पूरी, बैरिहवा गांव के पास निर्माण कार्य जारी।
- निर्माण में देरी: सुस्ती के कारण परियोजना की अवधि बढ़ाकर जून 2025 कर दी गई।
- सुविधा और सुरक्षा: पुलों का एप्रोच बनने से स्थानीय लोगों को आवागमन में राहत मिलेगी, सुरक्षा एजेंसियों को निगरानी में आसानी होगी।
- सड़क निर्माण: खनुआ पुल के दोनों ओर 219 मीटर सड़क बनेगी। बैरिहवा पुल के दोनों छोर पर 123 मीटर सड़क बनाई जाएगी।
- सड़क कार्य प्रगति पर: मिट्टी भरने के बाद रोलर से दबाने का काम जारी।
- 60 किमी सड़क तैयार: सिद्धार्थनगर से महराजगंज के पथलहवा हेड तक सड़क लगभग पूरी, कुछ जगहों पर आंशिक कार्य बाकी।
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समय से पूरा होगा पुलों का एप्रोच कार्य
विभागीय अधिकारियों का दावा है कि पुलों के एप्रोच का कार्य तय समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है, लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यात्रा आसान हो जाएगी। सुरक्षा बलों को गश्त करने में सहूलियत मिलेगी, जबकि पथलहवा हेड तक वाहन तेज रफ्तार से दौड़ सकेंगे।
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