महराजगंज/यूपी खबरिया डेस्क: अगर आप हैं रोमांच के दीवाने और चाहत रखते हैं जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने की, तो यहां का सफर आपके लिए बेमिसाल होगा। हम आपको लेकर चल रहे हैं पूर्वांचल के इकलौते वाइल्डलाइफ सेंचुरी (Maharajganj Wildlife Sanctuary Sohgibarwa) की रोमांचक दुनिया में – महराजगंज जिले के जंगल की सोहगीबरवां अभ्यारण्य (Sohgibarwa Sanctuary Maharajganj)!

WhatsApp Group Join Now

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महराजगंज जिला, अपनी खास पहचान और प्राकृतिक संपदा के लिए जाना जाता है। नेपाल की सीमा से सटे इस जिले का गठन 1989 में हुआ, जब इसे गोरखपुर से अलग किया गया।

ये भी पढ़ें: Best Tourist Places in Gorakhpur: गोरखनाथ मंदिर, रामगढ़ताल और गीता प्रेस से लेकर अन्य कई आकर्षक स्थानों की पूरी जानकारी

यहां की खासियत है जंगल सफारी! खुली जीप्सी में सवार होकर जंगल की गहराई में जाने का अनुभव आपको रोमांच से भर देगा। हिरण, तेंदुआ, नीलगाय और कई दुर्लभ पक्षी – सब यहां आपकी एक झलक के इंतजार में हैं।

विशेषताएँ और इतिहास (Features and History Sohgibarwa Sanctuary):

सोहगीबरवा वाइल्डलाइफ सेंचुरी सिर्फ एक जंगल नहीं, बल्कि एक वाइल्ड कॉरिडोर का हिस्सा है, जो नेपाल के चितवन नेशनल पार्क और बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को जोड़ता है। यही वजह है कि कभी-कभी नेपाल से भालू और गैंडा भी यहां चले आते हैं।

Maharajganj wildlife sanctuary
Maharajganj wildlife sanctuary

जून 1987 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित होने के बाद, यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटक स्थल बन गया। इस अभयारण्य के पास थारू और मुसहर जनजातियाँ निवास करती हैं, जो इसकी सांस्कृतिक विविधता को और बढ़ाती हैं।

जंगल की जैव विविधता (Biodiversity Sohgibarwa Sanctuary)

यहां की जैव विविधता अद्भुत है। बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, बार्किंग हिरण, चित्तीदार हिरण, हॉग बीयर और साही जैसे कई वन्य जीवों का यह घर है। सेंचुरी में मगरमच्छ, घड़ियाल, कोबरा, पाइथन और कैरत जैसे सरीसृपों की प्रजातियां भी हैं। इसके अलावा, यह जगह पक्षी प्रेमियों के लिए भी खास है। पाइप किंग फिशर और अन्य दुर्लभ पक्षी यहां देखे जा सकते हैं।

ये भी पढ़ें: Mukhyamantri Kanya Sumangala Yojana: कैसे पाएं कन्या सुमंगला योजना का लाभ? पात्रता और आवेदन प्रक्रिया समझें

जंगल सफारी रूट (Maharajganj Jungle Safari Route):
वन विभाग ने जंगल सफारी के लिए दो रूट तय किए हैं। पहला रूट 12 किलोमीटर का है, जो चौक से शुरू होकर कुसमहवा, रामग्राम और सोनाड़ी देवी मंदिर होते हुए वापस चौक आता है। इस सफर का आनंद आप सिर्फ 1500 रुपये में ले सकते हैं।

दूसरा रूट 22 किलोमीटर का है, जो चौक से कुसमहवा, 24 वनटांगिया, ट्रामवे चौराहा, मधवलिया और सिंगरहना होते हुए वापस चौक पर खत्म होता है। इस रोमांचक सफर की कीमत 2200 रुपये है।

ये भी पढ़ें: Uttar Pradesh Weekly Updates: प्राइवेट स्कूलों में फ्री में एडमिशन तो 15 लाख परिवारों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ…एक साथ कई बड़ी खबरें।

अगर आप प्रकृति के करीब रहकर इसका असली आनंद लेना चाहते हैं, तो सोहगीबरवा वाइल्डलाइफ सेंचुरी आपका इंतजार कर रही है। रोमांच, सुंदरता और जैव विविधता – सब कुछ यहां एक साथ मिलेगा।

By UP Khabariya

UP Khabriya is an interactive platform where you can raise your issues through our channel. Available across digital platforms and with a monthly magazine, it covers a wide range of topics including governance, crime, education, and public welfare in your language. Featuring regional news, crime stories, positive stories, politics, and administration, UP Khabriya aims to amplify your voice and connect citizens with authorities to address public concerns.

Average Rating

5 Star
100%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

4 thoughts on “Maharajganj Wildlife Sanctuary Sohgibarwa: महराजगंज सोहगीबरवा का सफर! प्रकृति, रोमांच और वन्यजीवों का मिलन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *