तुगलकी फरमान! युवक को मुर्गा बनाकर पाती कालिख, वीडियो वायरल, पुलिस ने दो आरोपी दबोचे
UP: झांसी से एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला है। गांव में कुछ दबंगों ने मिलकर एक युवक के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। उसे ना सिर्फ पीटा गया बल्कि मुंह पर कालिख पोतकर, मुर्गा बनाकर पूरे गांव में घुमाया गया। यही नहीं… युवक को पेशाब तक पिलाया गया। ये कोई तालिबानी सज़ा नहीं थी, बल्कि उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की एक सच्ची और शर्मनाक घटना है। मामला महाराजगंज ढेरी गांव का है, जहां दबंगई का नंगा नाच कैमरे में कैद हो गया।
ये तस्वीरें हैं झांसी के पूछ थाना क्षेत्र के महाराजगंज ढेरी गांव की… जहां तुगलकी फरमान जारी करते कुछ गांव के दबंग, कानून को ताक पर रखकर, खुद ही न्यायाधीश और जल्लाद बन बैठे। वायरल वीडियो में एक युवक के मुंह पर कालिख पोतती महिला साफ नजर आ रही है। युवक को गांव में घुमाया गया, चप्पलों से पीटा गया, और उसके साथ ऐसी हैवानियत की गई जिसे सुनकर रूह कांप जाए।
दरअसल, पीड़ित महेश सविता ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका बेटा विपिन उर्फ विक्कू बाजार जा रहा था। तभी गांव के ही प्रभु दयाल सोनी के मकान के पास पहले से घात लगाए बैठे रविंद्र सोनी, संतोष सोनी, प्रिंसी, हर्षिता समेत कई लोगों ने उसे रोका और गाली गलौज करने लगे। विरोध करने पर उसे पीटना शुरू कर दिया गया।
इतना ही नहीं, जब युवक के पिता मौके पर पहुंचे और रहम की भीख मांगी तो दबंगों ने उसकी एक न सुनी। बेटे के मुंह पर कालिख पोती गई, उसे मुर्गा बनाया गया और गांव में घुमाकर चप्पलों से पीटा गया। हद तो तब हो गई जब युवक को पेशाब पिलाने का आरोप भी सामने आया।
वायरल वीडियो में गांव के पूर्व प्रधान भी दिखाई दे रहे हैं। यानी गुंडई की पूरी स्क्रिप्ट गांव के रसूखदारों के सामने लिखी और निभाई गई। दूसरी ओर, दबंगों का दावा है कि युवक ने एक महिला – प्रिंसी – से छेड़छाड़ की थी। लेकिन सवाल ये है – क्या कानून हाथ में लेने की इजाज़त किसी को है?
इस पूरे मामले में पुलिस ने पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है। वायरल वीडियो के आधार पर जांच तेज़ कर दी गई है। अब तक दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है, बाकियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है – जो भी दोषी होगा, बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन सवाल फिर वही – क्या झांसी के गांवों में कानून का डर खत्म हो चुका है? या दबंगों का राज कायम हो चुका है?
ये खबर महज़ एक वारदात नहीं है… ये एक सवाल है – क्या तुगलकी फरमान अब हमारे गांवों में नए कानून बनते जा रहे हैं? और अगर हां, तो फिर पुलिस और संविधान का क्या मतलब रह गया है?
झांसी से ये रिपोर्ट हमारे सिस्टम पर कई सवाल छोड़ जाती है। हम पूछते रहेंगे… दबंगों से भी और सिस्टम से भी।