बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में न्याय न मिलने से आहत पीड़ित ने जिलाधिकारी कार्यालय के ठीक सामने आत्मदाह का प्रयास किया है। जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद पुलिस कर्मियों की तत्परता से पीड़ित की जान बच सकी है।
जैसे ही पीड़ित ने ज्वलनशील पदार्थ शरीर पर डालना शुरू किया तुरंत ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दौड़कर पीड़ित के हाथ से ज्वलनशील प्रदार्थ छीन लिया। पीड़ित संदीप के साथ उसकी पत्नी व एक बच्चा भी मौजूद थे । मिली जानकारी के अनुसार पिछले लगभग एक वर्षों से संदीप अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। लेकिन उसे न्याय नहीं मिला संदीप ने बताया कि उसे प्रधानमंत्री आवास मिला था जहा वह रह रहा था। लेकिन उसके भाई द्वारा जबरदस्ती उसके घर से उसे निकाल दिया गया और घर पर कब्जा कर लिया गया। इसके साथ ही उल्टा उसके ऊपर ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया। जिसके बाद से वह लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहा था। लेकिन उसे न्याय नहीं मिला जिसके बाद आज संदीप ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। अब देखने वाली बात होगी कि संदीप के इस आत्मघाती कदम के बाद क्या जिला प्रशासन संदीप को न्याय दिला पाएगा या फिर यूं ही संदीप अधिकारियों के चक्कर काटता रहेगा??? जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे रजली गांव के ग्राम प्रधान ने भी बताया कि संदीप पिछले कई माह से चक्कर काट रहा है लेकिन उसे न्याय नहीं मिल रहा है आखिर उसे अगर न्याय मिल जाता तो उसे यह कदम क्यों उठाना पड़ता?