मऊ जिले में युद्ध जैसी संभावित स्थिति और हवाई हमलों की आशंका के चलते प्रशासन द्वारा घोषित संपूर्ण ब्लैकआउट को लेकर होटल संचालकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। शादी-विवाह के सीजन और पहले से तय बुकिंग्स के कारण कई होटल मालिक असमंजस में थे कि इस ब्लैकआउट का कैसे पालन किया जाए। लेकिन देशहित को सर्वोपरि रखते हुए मऊ होटल एसोसिएशन ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
होटल एसोसिएशन की एक आपात बैठक में यह तय किया गया कि सभी होटल, लॉन और गेस्ट हाउस रात 9:00 बजे से 9:20 बजे तक संपूर्ण रूप से ब्लैकआउट करेंगे। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सरकार के निर्देशों के समर्थन में लिया गया है।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा आनंद ज्योति सिंह ने बताया कि, “हम भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की सुरक्षा के लिए उठाए गए हर कदम का समर्थन करते हैं। पहलगाम में हुई घटना के बाद जो कार्रवाई हुई, वह आतंकियों को स्पष्ट संदेश है। इसी भावना के साथ हम होटल व्यवसायी भी राष्ट्रधर्म निभा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि, “शादी की बुकिंग्स वाले ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया गया है कि यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि देश के लिए गर्व का क्षण है। हमने उन्हें सुझाव दिया है कि वे इस ब्लैकआउट को एक विशेष आयोजन की तरह देखें और इसे अपनी शादी का एक ऐतिहासिक हिस्सा बनाएं।”
होटल एसोसिएशन के इस निर्णय की प्रशासनिक अधिकारियों और आम जनता ने भी सराहना की है। इस पहल से मऊ जिले में एक मजबूत संदेश गया है कि जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो हर नागरिक और संस्थान एकजुट होकर खड़ा है।