आजकल एक प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ रही है। करीब सभी के घर स्मार्टफोन है। ऐसे में छोटे बच्चे जब किसी बात को लेकर जिद्द करते हैं या शोर मचाते हैं तो अभिवाहक उन्हें स्मार्ट फोन थमा देते हैं। अगर आप भी ऐसा ही कर रहे हैं तो इस लेख को आपको जरूर पढ़ना चाहिए, क्योकि आपकी ये आदत बच्चें के लिए दीमक की तरह है जो उसके भविष्य को खराब कर सकती है।
बता दें कि मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी Xiaomi के पूर्व इंडिया हेड मनु कुमार जैन ने एक रिपोर्ट शेयर करते हुए कुछ Alerting मैसेज पेरेंट्स के लिए लिखा है। उन्होंने अपने पोस्ट की शुरुआत “Stop giving smartphones to your kids’ लिखकर की है। जैन ने Sapien Lab की रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा कि बच्चों को छोटी उम्र में मोबाइल और टेबलेट देना उनके भविष्य को खराब कर रहा है और उन्हें इससे कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां हो रही हैं।
Sapien Lab की रिपोर्ट के मुताबिक, 60-70 प्रतिशत महिलाएं जो 10 साल की उम्र से पहले स्मार्टफोन के संपर्क में थीं उनमें मेंटल हेल्थ की समस्यां एडल्ट एज में आ रही है। 45 से 50% पुरुष जो 10 साल की उम्र से पहले स्मार्टफोन का यूज कर थे उन्हें भी इसी तरह की परेशानी हो रही है। यानि छोटे उम्र में बच्चों को फोन देना उचित नहीं है। ये आदत बच्चों के मेन्टल हेल्थ को कमजोर कर रही है।
मनु कुमार जैन ने अपनी पोस्ट में लिखा कि अधिकतर माता-पिता अपने बच्चें को फोन तब देते हैं जब वह रो रहा होता है, या वे ड्राइव या खाना तैयार कर रहे होते हैं। उन्होंने लिखा कि माता-पिता को इसके बदले बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी, घूमने, ह्यूमन इंटरैक्शन और सोशल स्फीयर में रखना चाहिए ताकि वह इनसब चीजों को देखें और समझें. शाओमी के पूर्व हेड ने लिखा कि वे स्मार्टफोन और टेबलेट के खिलाफ नहीं है लेकिन जब बात बच्चों की आए तो माता-पिता को सतर्क और सावधान रहना चाहिए ताकि उन्हें को आगे चलकर समस्या न आए।