उत्तर प्रदेश: यूपी सरकार (Uttar Pradesh Government) फरवरी के आखिरी सप्ताह में करीब 8 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश कर सकती है। इसमें मध्यवर्ग, युवा, किसान और महिलाएं फोकस में रहेंगे। बजट सत्र की तिथियां अभी तय नहीं हुई हैं, लेकिन तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं, केंद्र सरकार का बजट पहले ही पेश हो चुका है, जिसे पीएम मोदी ने ऐतिहासिक बताया, जबकि विपक्ष ने इसकी आलोचना की।
यूपी सरकार बजट को दे रही अंतिम रूप
उत्तर प्रदेश सरकार अपने आगामी बजट को अंतिम रूप देने में जुटी है। फरवरी के अंतिम सप्ताह में यह बजट पेश किए जाने की संभावना है। करीब 8 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश कर सकती है, जिसमें विकास के योगी मॉडल की झलक देखने को मिलेगी।
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बजट के केंद्र में होंगे मध्यवर्ग, युवा, किसान और महिलाएं
इस बजट में मध्यवर्ग, युवा, किसान और महिलाएं सरकार के विशेष फोकस में रहेंगे। प्रदेश के विकास को रफ्तार देने के लिए विभिन्न योजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, अभी बजट सत्र की तिथियां तय नहीं हुई हैं। हालांकि, तैयारियां फरवरी के आखिरी सप्ताह को ध्यान में रखकर की जा रही हैं। सभी विभागों के बजट प्रस्तावों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
लोकसभा में पेश हो चुका है आम बजट
शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में मोदी सरकार 3.0 का दूसरा बजट पेश किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि यह बजट हर भारतीय के सपनों को पूरा करेगा और ‘विकसित भारत’ के मिशन को आगे बढ़ाएगा।
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विपक्ष ने बजट पर जताई आपत्ति
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस बजट की आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को गंभीर सुधार की जरूरत है। उन्होंने बजट को गोली के घाव पर सिर्फ मरहम पट्टी करार दिया। विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।