महराजगंज: प्रदेश सरकार के बजट से महराजगंज जिले में सिंचाई समस्या का समाधान होने जा रहा है। रतनपुर के मिश्रौलिया में निर्माणाधीन डिजिटल रोहिन बैराज का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके पूरा होने पर 4.74 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित होगी, जिससे 6.77 लाख किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। यह परियोजना कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रदेश सरकार ने बजट में सिंचाई सहित विभिन्न विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है, जिससे महराजगंज जिले को लाभ मिलेगा। नौतनवा क्षेत्र में निर्माणाधीन बैराज भी जल्द तैयार हो जाएगा, जबकि कुछ शेष कार्यों में अब तेजी लाई जाएगी। क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधा देने के लिए वर्ष 1947 में रतनपुर के मिश्रौलिया में रोहिन नदी पर बीयर गेट बनाया गया था, जिससे रोहिन नहर प्रणाली की नहरों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाती थी।
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किसानों की सिंचाई पर असर
- अगस्त 2005 में आई भीषण बाढ़ से रोहिन नदी का बीयर गेट पूरी तरह टूट गया, जिससे नहरों में पानी की आपूर्ति बंद हो गई।
- किसानों की समस्या को देखते हुए सिंचाई विभाग ने नदी में अस्थायी कच्चा बांध बनाकर पानी की आपूर्ति शुरू की।
- हर साल बरसात से पहले बाढ़ से बचाव के लिए यह बांध काट दिया जाता था।
- इसके चलते किसानों को केवल रबी फसल की सिंचाई की सुविधा मिल पाती थी।
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रोहिन नदी पर ऑटोमेटिक बैराज का निर्माण अंतिम चरण में
वर्ष 2018 में योगी सरकार बनने के बाद रोहिन नदी पर ऑटोमेटिक बैराज बनाने की स्वीकृति दी गई और 148 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली। 2020 में रायल इन्फ्रा कंस्ट्रू प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को निर्माण कार्य का ठेका दिया गया, जिसकी फंडिंग नाबार्ड संस्था द्वारा की गई। अवर अभियंता मुकेश कुमार के अनुसार, परियोजना का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।