मऊ:मऊ के जिला महिला अस्पताल में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार का गंभीर मामला सामने आया है। आशा वर्कर उषा यादव ने आरोप लगाया कि वे दो महिला मरीजों को डिलीवरी के लिए अस्पताल लाई थीं, लेकिन डॉक्टर के मौजूद होने के बावजूद गार्ड ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया। गाजीपुर से आई मरीज पिंकी यादव ने दावा किया कि उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल जाने को कहा गया। कई अन्य महिलाओं ने भी आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल में मरीजों को जानबूझकर प्राइवेट अस्पतालों की ओर भेजा जाता है।
उषा यादव ने कहा कि आशा वर्कर अस्पताल स्टाफ का हिस्सा हैं और गांवों से जरूरतमंद मरीजों को इलाज के लिए लाती हैं। उनके साथ इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। उन्होंने मांग की कि आशा कार्यकर्ताओं के साथ आने वाले मरीजों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए।
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. निलेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।