मऊ;बीज व्यापार सेवा समिति, मऊ के जिला अध्यक्ष व प्रदेश मंत्री दीन दयाल कुशवाहा ने कहा कि बीज और खाद की बिक्री को लेकर सरकार ने नया ऑनलाइन पोर्टल और सॉफ्टवेयर सिस्टम लागू किया है, जिससे छोटे व सीमांत दुकानदारों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि हर बोऱी (जैसे गेहूं की 40 किलो बोरी) पर अलग-अलग सीरियल नंबर से बिलिंग की शर्त रखी गई है, जिसकी वजह से व्यापारियों को तकनीकी दिक्कतें हो रही हैं। छोटे दुकानदार जिनके पास कंप्यूटराइज्ड व्यवस्था नहीं है, वे इस सिस्टम को अपना नहीं पा रहे।

9 सितंबर को लखनऊ में प्रदेश स्तर की बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था, जहां अधिकारियों ने भी माना कि पोर्टल प्रणाली में सुधार की जरूरत है। अब 16 सितंबर को दिल्ली में इस विषय पर बैठक होगी।
इसके अलावा खाद की जमाखोरी और टैगिंग की समस्या पर भी व्यापारियों ने नाराजगी जताई। व्यापारियों का कहना है कि सरकार द्वारा तय कीमत 1350 रुपये की जगह डीएपी खाद 1450 रुपये तक बेची जा रही है। मऊ समेत कई जिलों में जमाखोरी और टैगिंग की वजह से किसानों को महंगा खाद खरीदना पड़ रहा है।
कुशवाहा ने चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो व्यापारी सड़क पर उतरकर आंदोलन और व्यापक बंदी का ऐलान करेंगे।

इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष राम आश्रम मौर्या ने भी आश्वासन दिया कि व्यापारियों की समस्याओं को शासन तक पहुँचाया जाएगा और समाधान के लिए पूरा प्रयास होगा।