मऊ: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) मऊ जनपद में रामस्वरूप विश्वविद्यालय में विद्यार्थी परिषद के शांतिपूर्ण आंदोलन पर बाहरी गुंडों द्वारा हमले, पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज, और विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रम के अवैध संचालन सहित अन्य अनियमितताओं के विरोध में आर्य समाज से मिर्जापुर चौक तक मसाला यात्रा निकाली। इस यात्रा के माध्यम से अभाविप ने विश्वविद्यालय प्रशासन और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।

प्रांत सह मंत्री शशिकांत मंगलम ने कहा कि विश्वविद्यालय में विधि विद्यार्थियों के न्याय के लिए संघर्षरत अभाविप कार्यकर्ताओं और छात्रों पर लाठीचार्ज अत्यंत निंदनीय और अमानवीय है।
जिला संयोजक अनन्या शर्मा ने बताया कि इस घटना के विरोध में पूरे प्रदेश के जिला केंद्रों पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, अवैध विधि पाठ्यक्रम, अनुचित शुल्क वसूली, और बिना चेतावनी के निष्कासन जैसी अवैधानिक प्रक्रियाओं की गहन जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय को बंद करने की भी मांग की।
जिला संगठन मंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा परिषद के सचिव की प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय पर कार्रवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने 6 बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किया था, जिसके लिए तहसीलदार कोर्ट ने 25 अगस्त 2025 को ₹27.96 लाख का जुर्माना लगाया और 15 दिनों में अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया। उन्होंने इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
अभाविप ने उत्तर प्रदेश सरकार से 48 घंटे के भीतर कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया, ताकि विद्यार्थी समुदाय भयमुक्त होकर लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक रहे। अन्यथा, संगठन प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
इस अवसर पर अनन्या शर्मा, ज्ञान प्रकाश सिंह, अमन गौंड, शशिकांत मंगलम, स्नेहा पांडे, अविनाश गुप्ता, आदित्य पांडेय, अंशु सिंह पटेल, नितिल अनुज, शिवांगी, सत्यम सिंह, महक पांडे, प्राची श्रीवास्तव, विपुल सिंह, हर्षित, समर, आशुतोष, प्रज्ञा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
