मऊ: मऊ जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में अखिल भारत हिंदू महासभा के सदस्यों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। संगठन ने तहसीलों में लेखपालों और ग्राम प्रधानों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।
संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सदर, मुहम्मदाबाद गोहना, मधुबन और घोसी तहसीलों में धन उगाही का धंधा जोरों पर है। लेखपाल किसानों से धारा-24 के तहत निशानदेही (सीमांकन) करने के नाम पर 5,000 से 8,000 रुपये तक वसूल रहे हैं, जो गरीब किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि लेखपाल 20,000 रुपये लेकर रिपोर्ट लगा रहे हैं और समय पर अपने कार्यक्षेत्र में नहीं जाते। किसी भी विवाद का निस्तारण करने के लिए मौका मुआयना करने के नाम पर वे 2,000 से 5,000 रुपये तक लेते हैं और विवादित जमीन की रिपोर्ट देते हैं। धारा-24 की कार्यवाही 6 माह से एक वर्ष से अधिक समय से लंबित है, और किसानों से पैसे न मिलने पर फाइलें न्यायालय नहीं भेजी जा रही हैं।
इसके अतिरिक्त, महासभा ने समस्त तहसीलों के गांवों में मनरेगा (MNREGA) योजना में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाया। संगठन के अनुसार, ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से गांव के पोखरों के सौंदर्यीकरण के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
क्षेत्रीय लेखपाल और खंड विकास अधिकारी की मिलीभगत से पैसे खर्च किए गए, लेकिन पोखरों की कोई सफाई नहीं हुई, केवल पैसों का दुरुपयोग किया गया। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि ग्राम प्रधानों द्वारा गांवों में खड़ंजा और नाली निर्माण में बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है।

अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग की है कि सरकारी धन का दुरुपयोग करने वाले सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
जनपद मऊ के समस्त नगर पंचायतों में अधिशासी अधिकारी व नगर पालिका मऊ आपके अधिकार क्षेत्र में आता है। समस्त जनपद में जितना भी नगर पंचायत है सभी में ई०ओ० द्वारा समस्त चेयरमैन से मिलकर जो टीम कार्यप्रणाली को मजबूत पर धनउगाही कर रहे है।
