मऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और अल्पसंख्यकों, पिछड़ों व दलितों पर अत्याचार के विरोध में सोमवार को अपनी जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मऊ कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान पार्टी प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा शासनकाल में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी के सिर पर पेशाब करने, दलितों को अपमानित करने और पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएँ शासन की संवेदनहीनता को दर्शाती हैं।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य अपहरण, हत्या, दहेज हत्या और महिला उत्पीड़न जैसी घटनाओं में अग्रणी बन गया है।
अपनी जनता पार्टी के नेताओं ने कहा कि हालात इतने भयावह हैं कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का भी अपमान किया जा रहा है।
उन्होंने मंदिरों में प्रवेश रोकने और मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने जैसी घटनाओं को कानून व्यवस्था की नाकामी का उदाहरण बताया।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष संजय बाबर, राजीकांत मौर्य, अनिता मौर्य, योगेन्द्र कुमार यादव, दयानंद कुशवाहा और रामनरेश राजभर सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
