मऊ: सीतापुर जिले में स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व राज्यसभा सांसद जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल की प्रतिमा हटाए जाने के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने मऊ जिला कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी (डीएम) के माध्यम से उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर प्रतिमा को तत्काल पुनः स्थापित करने की मांग की।
यह विवाद 27 अक्टूबर को उस समय शुरू हुआ, जब सीतापुर के बिसवां क्षेत्र स्थित बड़े चौराहे से जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल की प्रतिमा को हटा दिया गया। सपा नेताओं ने इसे सत्ता के दबाव में प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई करार दिया। समाजवादी व्यापार सभा उत्तर प्रदेश के मऊ जिला अध्यक्ष शिवम कुमार सोनी ने आरोप लगाया कि यह प्रतिमा उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर हटाई गई है। उन्होंने इसे वैश्य-बनिया समाज के एक महापुरुष की प्रतिमा को अपमानित करने वाला कदम बताया और कहा कि बीजेपी सरकार वैश्य समाज के प्रति विरोधी रवैया अपनाए हुए है।
सोनी ने आगे कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में यह ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से प्रतिमा को मूल स्थान पर पुनः स्थापित करने की मांग की गई है। प्रदर्शन के दौरान समाजवादी व्यापार सभा मऊ के पदाधिकारियों के अलावा मनीष साहू, वेद शंकर, शाहनवाज आलम, विवेक सिंह, उमेश यादव, अभिषेक मद्धेशिया और गौरव पांडे सहित कई अन्य सपा नेता मौजूद रहे।
सपा नेताओं का कहना है कि जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि पूर्व विधायक और राज्यसभा सांसद के रूप में समाजसेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी प्रतिमा हटाना न सिर्फ ऐतिहासिक विरासत का अपमान है, बल्कि एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने की साजिश भी। इस मुद्दे पर सपा पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज करने की तैयारी कर रही है।
 
                    